आइए मित्रों, मैं अभी-अभी आने वाली चारों नई पुस्तकों से आपको रूबरू करा दूं ।
1-"मुख्यधारा के आइने में अम्बेडकरवादी साहित्य" ,
2-"अम्बेडकरवाद : एक समसामयिक विमर्श"
3-"इक्कीसवीं सदी में अस्मिता संघर्ष" और
4-"इन्ट्यूशन" (कहानी संग्रह) ।
कुल मिलाकर अब मेरे पुस्तक कोश में 'ग्यारह' पुस्तक आलोचना की, 'दो' काव्य संग्रह और 'एक' कहानी संग्रह शामिल हो गए हैं । इसके साथ मैं अपने लेखन की प्रथम पारी की समाप्ति की घोषणा पहले ही कर चुका हूं । अपनी दूसरी पारी में इस पारी से हटकर कुछ अलग करने की मंशा है ।उम्मीद करता हूं कि जितना प्यार और सम्मान मुझे अपने मित्रों व पाठकों से अपनी पहली पारी के दौरान मिला उससे अधिक दूसरी पारी में मिलेगा। इसे दूसरे शब्दों में कहूं तो मैं इसके लिए पहले से अधिक समर्पित रहूंगा और निश्चित रूप से पहले से बेहतर दूंगा । अपने इसी संकल्प के साथ मैं अपनी चारों पुस्तकें एक साथ अपने मित्रों व पाठकों को समर्पित कर रहा हूं। यह जानकारी व संकल्प आप सभी से साझा करते हुए मुझे अपार खुशी की अनुभूति हो रही है और संभवतः आप सभी को भी....
1-"मुख्यधारा के आइने में अम्बेडकरवादी साहित्य" ,
2-"अम्बेडकरवाद : एक समसामयिक विमर्श"
3-"इक्कीसवीं सदी में अस्मिता संघर्ष" और
4-"इन्ट्यूशन" (कहानी संग्रह) ।
कुल मिलाकर अब मेरे पुस्तक कोश में 'ग्यारह' पुस्तक आलोचना की, 'दो' काव्य संग्रह और 'एक' कहानी संग्रह शामिल हो गए हैं । इसके साथ मैं अपने लेखन की प्रथम पारी की समाप्ति की घोषणा पहले ही कर चुका हूं । अपनी दूसरी पारी में इस पारी से हटकर कुछ अलग करने की मंशा है ।उम्मीद करता हूं कि जितना प्यार और सम्मान मुझे अपने मित्रों व पाठकों से अपनी पहली पारी के दौरान मिला उससे अधिक दूसरी पारी में मिलेगा। इसे दूसरे शब्दों में कहूं तो मैं इसके लिए पहले से अधिक समर्पित रहूंगा और निश्चित रूप से पहले से बेहतर दूंगा । अपने इसी संकल्प के साथ मैं अपनी चारों पुस्तकें एक साथ अपने मित्रों व पाठकों को समर्पित कर रहा हूं। यह जानकारी व संकल्प आप सभी से साझा करते हुए मुझे अपार खुशी की अनुभूति हो रही है और संभवतः आप सभी को भी....
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